IAS बंशीधर तिवारी का काम बोलता है, और उनका व्यवहार, सादगी उनकी पहचान करता है, जो तथाकथित के चेहरे पर तमाचा है…
बॉबी पवार को IAS अधिकारी को आप उस कार्य के लिए बदनाम करें जो उनके कार्यकाल का नहीं है ये ग़लत बात है । उस “ विशेष “ कृपा के लिए कोई और ज़िम्मेदार है ।
आपने कहा है की मुख्यमंत्री ने तीन महत्वपूर्ण विभाग एक ही व्यक्ति को क्यों दिये हैं ? किस अधिकारी को क्या विभाग देना है ये ना मेरा अधिकार है ना आपका । ये विशेषाधिकार मुख्यमंत्री का ही होता है ।
लेकिन शायद ये कारण होंगे बंशीधर तिवारी जी को तीन महत्वपूर्ण विभाग देने के
शिक्षा विभाग में इस बार लगभग 6000 अध्यापकों के ट्रांसफ़र हुए लेकिन पहली बार कोर्ट केस नहीं हुए , हर बार ट्रांसफ़र होते ही कोर्ट केस शुरू हो जाते थे , इसका सबसे बड़ा कारण अध्यापकों की ट्रांसफ़र के लिए काउन्सलिंग व्यवस्था का होना था
कपकोट के प्राथमिक स्कूल के 41 बच्चों का सैनिक स्कूल में प्रवेश हुआ, के डी शर्मा जी जैसे अध्यापकों की पहचान कर उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए शिक्षा महानिदेशक बांशीधर तिवारी जी का योगदान किसी से छिपा नहीं है। सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लास और बच्चों के लिए स्कॉलरशिप योजना की शुरुआत का श्रेय महानिदेशक महोदय को देना चाहिए ।
MDDA में आज आम आदमी आसानी से vc से मुलाक़ात करता है । अपनी समस्या बताता है। जो भी व्यक्ति अपनी समस्या लेकर आता है बंशीधर तिवारी जी सुनते हैं निस्तारण करते हैं ।
सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी जी सभी पत्रकारों की बात सुनते हैं । पत्रकारों के हितों में बहुत सी योजनाओं की सीएम साहब से घोषणा भी हुई है। योजनाओं में काम भी शुरू हो गया है । हर स्तर पर एक सूचना महानिदेशक को जो करना चाहिए उससे ज़्यादा वो करते हैं।
IAS बंशीधर तिवारी जी को अगर पर्यटन की भी ज़िम्मेदारी दे दें तो इस राज्य का पर्यटन और विकसित होगा। क्योंकि काम बोलता है । इन्होंने साबित किया है