कैंसर को हराकर नया जीवन पाया है अब मेरा जीवन गढ़वाल के लिए समर्पित:अनिल बलूनी
कांग्रेस के पास देशभर में ऐसी 35 सीट भी नहीं हैं, जो वे जीत पाएं:बलूनी
अगले 17 दिनों तक सिर्फ़ एक ही मिशन है, 5 लाख से अधिक वोटो से जीत:बलूनी
अनिल बलूनी ने कहा प्रधानमंत्री मोदी के विकास कार्यों का उत्तराखंड में असर दिखता है. यह चुनाव बहुत अलग है, क्योंकि इसे जनता स्वयं लड़ रही है.
बलूनी ने कहा कि सांसद बनने के बाद वे गढ़वाल में पलायन की समस्या का समाधान करेंगे. सड़कों को ठीक करेंगे. युवाओं को रोज़गार देंगे
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पौड़ी लोकसभा सीट पर भाजपा 5 लाख के अंतर से चुनाव जीतेगी: बलूनी
अनिल बलूनी ने कहा कि मैंने कैंसर को हराकर नया जीवन पाया है, अब मेरा जीवन गढ़वाल के लिए समर्पित है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास देशभर में ऐसी 35 सीट भी नहीं हैं, जो वे जीत पाएं. अनिल बलूनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास कार्यों का उत्तराखंड में असर दिखता है. यह चुनाव बहुत अलग है, क्योंकि इसे जनता लड़ रही है.
आपको बता दे बलूनी के नामांकन के दौरान केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, मुख्यमंत्री धामी , पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और पौड़ी से मौजूदा सांसद तीरथ सिंह रावत मौजूद रहे.
अनिल बलूनी को पूरे गढ़वाल में जन समर्थन मिल रहा है…
अनिल बलूनी ने कहा कि मैंने कैंसर को हराकर नया जीवन पाया है, अब मेरा जीवन गढ़वाल के लिए समर्पित है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास देशभर में ऐसी 35 सीट भी नहीं हैं, जो वे जीत पाएं. अनिल बलूनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास कार्यों का उत्तराखंड में असर दिखता है. यह चुनाव बहुत अलग है, क्योंकि इसे जनता लड़ रही है. बलूनी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पौड़ी लोकसभा सीट पर भाजपा 5 लाख के अंतर से चुनाव जीतेगी…
अनिल बलूनी ने कहा कि हमारे साथ भगवान का आशीर्वाद है. हम सनातन धर्म के साथ हैं, कुछ लोग सनातन धर्म पर सवाल उठाते हैं. इस देश के अंदर अगर आप राम और सनातन को गाली देंगे तो आप नेस्तनाबूत हो जाएंगे. बलूनी ने कहा कि सांसद बनने के बाद वे गढ़वाल में पलायन की समस्या का समाधान करेंगे. सड़कों को ठीक करेंगे. युवाओं को रोज़गार देंगे.
‘5 लाख से ज्यादा वोटों से जीतना है टारगेट’
अनिल बलूनी ने कहा कि उनकी पत्नी कुमाऊं से हैं, इसलिए उनके घर में गढ़वाल और कुमाऊं दोनों इलाक़ों का खाना बनता है. अगले 18 दिनों तक सिर्फ़ एक ही मिशन है, 5 लाख से अधिक वोटो से जीत. गढ़वाल लोकसभा सीट नीति माणा से लेकर रामनगर तक फैली है. यहां एक कहावत है कि कहां नीति कहां माणा, एक श्याम सिंह पटवारी ने कहां कहां तो जाणा. ऐसी विषम परिस्थितियों में चुनाव लड़ना मुश्किल काम है. बलूनी ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं के पास कोई मुद्दे नहीं है, इसीलिए वे उल्टे सीधे बयान दे रहे हैं. वे कभी पीएम मोदी की तुलना औरंगजेब से करते हैं तो कभी हमारी महिला नेता पर टिप्पणी करते हैं.
कौन हैं अनिल बलूनी?
अनिल बलूनी पौड़ी जिले के रहने वाले हैं. उनका जन्म 2 सिंतबर 1972 को नकोट गांव में हुआ. अनिल बलूनी ने पत्रकारिता की पढ़ाई की है, वे कॉलेज के दिनों से ही राजनीति में सक्रिय थे. इस कारण संघ के नेताओं से उनका मिलना जुलना लगा रहता था. इसी दौरान संघ और भाजपा के नेताओं से उनकी करीबियां बढ़ीं. भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय संगठन महामंत्री सुंदर सिंह भंडारी जब बिहार के राज्यपाल बने, तब बलूनी उनके ओएसडी थे. इसके बाद वे भंडारी के साथ गुजरात राजभवन भी गए. इस दौरान नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे. तभी अनिल बलूनी, नरेंद्र मोदी के करीब आए. वे संगठन पर भी अच्छी पकड़ रखते हैं. अनिल बलूनी बीजेपी के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता और मीडिया हेड हैं.