कोटद्वार.दिल्ली के बीच ट्रेन संचालन और बोगियों की संख्या वृद्धि बलूनी की पहल से ही संभव हो पाई.
राज्ससभा का कार्यकाल पूरा होने के बाद मोदी और शाह के सबसे करीबी माने जाने वाले अनिल बलूनी की नई पारी क्या होगी। इसको लेकर कई तरह की चर्चा शुरू हो गई है। भाजपा ने इस बार राज्यसभा के लिए प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को उम्मीदवार बनाया है। जिसके बाद काफी कुछ तस्वीर लोकसभा चुनाव को लेकर साफ होने लगी है।
अनिल बलूनी को अब लोकसभा भेजने की चर्चा शुरू हो गई है। बलूनी ने अपने 6 साल के कार्यकाल के दौरान पौड़ी, कोटद्वार समेत उत्तराखंड के कई इलाकों के लिए सौगात दी। जिसके बाद अब अनिल बलूनी का लोकसभा से लड़ने को लेकर चर्चा तेज हो गई है। बता दें कि हाल ही में सांसद बलूनी ने पौड़ी में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने और उत्तराखंड के छात्रों को एक शैक्षिक प्रतिष्ठान का उपहार दिया।
पौड़ी नगर में सांसद निधि से तारामंडल,प्लैनेटेरियम और पर्वतीय संग्रहालय ,माउंटेन म्यूजियम बनाने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने अपनी सांसद निधि से एकमुश्त 15 करोड़ की राशि जारी की है। बलूनी के प्रयास से वन भूमि हस्तांतरण का कार्य भी रिकार्ड समय में पूरा हो गया।
एक ही दिन में केंद्रीय वन मंत्रालय ने अपनी स्वीकृति प्रदान की। परियोजना के लिए एक हेक्टेयर वन भूमि की स्वीकृति का पत्र राज्य सरकार को भेजा गया। इसके साथ ही बलूनी ने दूसरे चरण में शैक्षिक गतिविधियों को और रोचक बनाने के लिए इको पार्क व साइंस पार्क सहित अन्य गतिविधियों को जोड़ने की बात की है।
बलूनी ने अपने छह साल के कार्यकाल में उत्तराखंड को कई सौगातें दीं। इनमें धनगढ़ी का पुल, मसूरी में पेयजल योजना, उत्तरकाशी और कोटद्वार के अस्पतालों में आईसीयू, कर्णप्रयाग अस्पताल में सी आर्म मशीन, ब्लड बैंक रैक और एनेस्थीसिया मशीन, काठगोदाम देहरादून के बीच नैनी दून एक्सप्रेस, टनकपुर इलाहाबाद के बीच त्रिवेणी एक्सप्रेस और कोटद्वार.दिल्ली के बीच ट्रेन संचालन और बोगियों की संख्या वृद्धि उन्हीं की पहल से संभव हो पाई। ऐसे में पौड़ी गढ़वाल सीट से अनिल बलूनी की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। पौड़ी गढ़वाल सीट से वर्तमान सांसद पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत हैं। इस बार पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी पौड़ी गढ़वाल सीट से दावेदारी कर रहे हैं। बता दे कि अनिल बलूनी का पैतृक गांव पौड़ी जिले के विकासखंड कोट का नकोट है.